संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
मनोज कुमार जसवंतनगर
जसवंतनगर/इटावा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर को संबोधित करते हुए डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि एड्स एक गंभीर रोग है जिसके कारण हर साल दुनियाभर में लाखों लोगों की मौत हो जाती है। एचआईवी वायरस के संक्रमण के गंभीर चरणों में एड्स होता है।
समय पर इलाज से एचआईवी वाले व्यक्ति को एड्स से बचाया जा सकता है। यानी अगर कोई एचआईवी से संक्रमित है और उसका प्रभावी इलाज हो जाए तो वह एड्स से बच सकता है। एड्स छूने, गले लगाने, हाथ मिलाने, या किसी के साथ खाना खाने से नहीं फैलता। इससे बचाव हेतु किसी दूसरे की इस्तेमाल की हुई सिरिंज इंजेक्शन का इस्तेमाल न करें। यौन संबंध बनाते समय कंडोम का प्रयोग करें। यदि कोई प्रेग्नेंट महिला संक्रमित है तो बच्चे को संक्रमण से बचाने के लिए उसका इलाज किया जाना चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार शाक्य ने कहा कि मार्च 2020 से अब तक यदि किसी बच्चे के पिता या वैध संरक्षक की मृत्यु हो गई हो तो ऐसे बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत पालन पोषण व शिक्षा के लिए ढाई हजार रुपए महीने की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।शिविर संयोजक पीएलवी- अधिकार मित्र लालमन बाथम ने 14 दिसंबर को जनपद न्यायालय प्रांगण में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत की जानकारी दी और बताया कि वहां सभी प्रकार के वाद सुलह समझौता के माध्यम से निपटाए जा सकते हैं।
संचालन पीएलवी राजेन्द्र यादव ने किया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग से लाल चंद्र, अनीस के अलावा बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।