संवाददाता: रंजन कुमार शेखपुरा
जन आशीर्वाद संवाद कार्यक्रम पर शेखपुरा पहुंचे युवा समाजसेवी निशिकांत सिन्हा,लोगो ने किया भव्य स्वागतयुवा उद्यमी एवं समाजसेवी निशिकांत सिन्हा अपने जन आशीर्वाद संवाद कार्यक्रम के तहत शेखपुरा पहुंचने से पहले उनके समर्थक नगर परिषद क्षेत्र के टाटी पुल के पास ही गर्मजोशी से भव्य स्वागत किया। जिसके बाद उनका काफिला त्रिमुहानी मोड़ पहुंचा। इस दौरान सैकड़ो बाईक और गाड़ियों के साथ युवा समाजसेवी निशिकांत सिन्हा शेखपुरा के पटेल चौक स्तिथ टाउन हाल पहुंचे।
जहां उनके समर्थकों ने फूल मालाओं के साथ जिन्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान उनके दर्जनों समर्थकों ने उन्हें पुष्पगुच्छ और अंगवस्त देकर स्वागत किया अपने संबोधन में सभा को संबोधित करते हुए युवा उद्यमी व समाजसेवी निशिकांत सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र की जननी, ज्ञान, विज्ञान, कृषि शोध व अनुसंधान की धरती बिहार में ना जाने कितने प्रतिभावानों को जन्म दिया है, लेकिन बावजूद इसके पूरे देश में बिहार एक ऐसा प्रदेश है जो अपने पिछड़ेपन के कारण सिर्फ श्रम और प्रतिभा का आपूर्तिकर्ता राज्य बन कर रह गया है। बिहार की इस माटी से नेता, अभिनेता, उद्योगपति, आईएएस, आईपीएस जैसे कई कामयाब लोग निकले हैं, लेकिन इनमें से बहुत कम लोग ऐसे हैं जिन्हों ने अपनी माटी का कर्ज उतारने और बिहार को बदहाली से उबारने के लिए बिहार लौट कर आते हैं और यहां के लोगों के लिए निस्वार्थ भाव से कुछ करना चाहते हैं या फिर बिहार पर मजदूर आपूर्तिकर्ता के ठप्पा से आजादी दिलाने के लिए कुछ किया है। निशिकांत सिन्हा ने कहा कि तमाम साधन व प्रतिभा सम्पन्नता के बावजूद अपने राज्य की इस बदहाली से मेरी बेचैनी ने मुझे बिहार आने के लिए विवश किया।Crimediaries9 The real crime stories on YouTube
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इसीलिये मैंने बिहार के श्रमशील किसान मजदूर भाइयों, एवं प्रतिभावान युवा साथियों, व्यवसायी बंधुओं एवं प्रोफेशनल्स के सहयोग से बिहार की तस्वीर और तदबीर बदलने की सोच लेकर आया हूं। उन्होंने कहा कि आज भले ही मैं गुजरात का एक सफल उद्योगपति बन गया हूं, लेकिन मेरा दिल हमेशा से बिहार के लिए धड़कता रहा है।
मेरा उद्देश्य है कि बिहार को विकसित राज्य बनाया जाय, इसके लिये प्रतिभा एवं श्रम के पलायन को रोकना, राज्य में कौशल विकास योजना के जरिये हर घर में रोजगार देना, कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना,शिक्षा का स्तर ऊंचा करना, जन-जन को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराना, खेल के क्षेत्र में बिहार को शीर्ष पर पहुंचाना, आधी आबादी को लघु उद्योगों से जोड़ना और किन्नर समाज को विकास की मुख्य धारा से जोड़ना ही हमारा लक्ष्य है। अपने इन्हीं उद्देश्यों को पूरा करने के लिए मैं बिहार के सभी 38 रहा है।इस मौके पर उनके समर्थन ने नागमणि कुशवाहा, राकेश कुशवाहा, फूलचंद कुशवाहा, हरि ओम कुशवाहा आदि मौजूद थे।