बसंतोत्सव समापन पर खटखटा बाबा कुटिया पर जुटा संत-महात्माओं का विराट कुंभ, हजारों भक्तों ने ग्रहण किया प्रसाद
जसवंतनगर (इटावा)। नगर वासियों के आराध्य स्थल खटखटा बाबा की कुटिया पर पूरे सप्ताह बसन्तोत्सव की धूम रही। भक्तों ने एक सप्ताह तक आयोजित श्री मद्भागवत कथा में भक्ति सागर में गोते लगाएं। रविवार को बसंतपंचमी पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें देश भर के तीन हजार साधु संतों समेत 40 हजार से अधिक भक्तों ने पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर के महंत मोहन गिरी महाराज ने सभी साधु संतों को विदाई दी।
बसंतपंचमी पर्व के चलते आसपास के इलाकों और नगर के श्रद्धालु खटखटा बाबा की चौखट पर दस्तक देने पहुंचे और उनके दर्शन कर अपना जीवन धन्य किया।उल्लेखनीय है कि खटखटा बाबा की कुटिया पर हर वर्ष बसंत उत्सव का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में इस वर्ष 24 जनवरी से 31 जनवरी तक कलश यात्रा के साथ यह आयोजन शुरू हुआ था। जिसमें अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक बृन्दावन की शिप्रा दीदी ने राम कथा के प्रवचन किए थे।
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रविवार को बसंत पंचमी के दिन महा प्रसाद और भंडारे का वितरण आयोजित था, जिसके लिए सवेरे से ही संत महात्माओं का जमावड़ा तालाब मंदिर क्षेत्र और सब्जी मंडी में होने लगा था। दोपहर 2 बजे संत महात्माओं को प्रसाद ग्रहण कराया गया ।
खटखटा बाबा कुटिया के महंत मोहन गिरी महाराज ने तीन हजार से ज्यादा संत महात्माओं का तिलक बंदन करते हुए उन्हें एक-एक कंबल और 101 रुपये दक्षिणा देकर संत भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया।
कार्यक्रम में अवनीश कुमार गुप्ता, राजा ठाकुर, अंकुर वर्मा, बिल्लू यादव सभासद, सोनू, अनुज पाल, कमलेश यादव, छोटे महंत हिमांशु, गुड्डू गुप्ता, चुन्नू चौरसिया, मधुर श्री वास्तव, दिनेश चौरसिया, राजीव माथुर, खन्ना यादव आदि का सहयोग रहा।