एससी एसटी में समझौता कर लो वरना बलात्कार में भेज दूंगा जेल, सीओ की पीड़ित पत्रकार को धमकी
पीड़ित पत्रकार ने मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग, मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी, एडीजी, आईजी आगरा को पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग की
फिरोजाबाद। युवती द्वारा सोशल मीडिया पर लाइव आकर पत्रकार को दी गयी घर से उठवाने व गोली से उड़वाने की धमकी व गंदी गंदी जातिसूचक गालियों के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच सीओ शिकोहाबाद प्रवीन कुमार तिवारी को सौंपी है तो सीओ शिकोहाबाद अभियुक्त युवती के बचाव में उतरकर पीड़ित पत्रकार को ही रेप के झूठे मुकद्दमे में जेल भेजने की धमकी दे रहे है। पीड़ित पत्रकार ने मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग, मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी, एडीजी, आईजी आगरा को पत्र लिखकर सीओ के विरुद्ध उच्चस्तरीय जांच कराए जाने व मुकदमे की विवेचना अन्य जिले से कराये जाने की मांग की है।
इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुघर सिंह जाटव ने बताया की शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के गांव की एक युवती द्वारा उन्हें सोशल मीडिया पर लाइव आकर रिचा तिवारी निवासी महेवा जिला इटावा के कहने पर घर से उठाने और गोली से उड़वाने की धमकी दी गई थी जिसकी शिकायत 13 जनवरी को ईमेल द्वारा डीजीपी, मुख्यमंत्री,आई जी, डीआईजी, एसएसपी फिरोजाबाद, को की गयी थी व ऑनलाइन भी की गयी थी। युवती से जब व्हाट्सएप पर एसएमएस करके घर से उठवाने व गोली से उड़वाने की बजह पूछी गयी तो युवती ने थाना शिकोहाबाद में तैनात निरीक्षक ओंकार नाथ को अपना पिता बताया और फर्जी मुकदमा लगवाने की धमकी दी।
14 जनवरी को मैंने थाना शिकोहाबाद जाकर युवती के विरुद्ध शिकायत की गई थी चूंकि मामला युवती से जुड़ा था इसलिए पुलिस ने उक्त मामले में युवती से फोन करके सुलह समझौता कराने का प्रयास किया तो युवती ने पत्रकार को फोन पर थाने में गाली गलौज अभद्रता की जिस वजह से समझौता नहीं हो पाया। उसी युवती ने 14 जनवरी को कोर्ट ले जाते समय निरीक्षक ओंकार नाथ के साथ कार चुपके से एक वीडियो रील्स भी बना ली जिस समय ओंकारनाथ कॉल करने में विजी थे। युवती ने उस वीडियो को दबंगई का गाना लगाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया जिसे निरीक्षक द्वारा डांटकर वीडियो डिलीट कराया गया। युवती कितनी शातिर है इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है।
पुलिस को युवती द्वारा एसएमएस पर दी गयी धमकी व गाली के सभी साक्ष्य दिखाए गए और उनके प्रिंटआउट भी दिए पूरी जांच के बाद 25 जनवरी को युवती के विरुद्ध थाना शिकोहाबाद में मुकदमा दर्ज किया गया। जिसकी विवेचना सीओ शिकोहाबाद को सौंपी गई। लेकिन सीओ प्रवीन कुमार तिवारी द्वारा शुरू से इस विवेचना में रुचि नहीं ली जा रही है और लगातार अभियुक्त युवती को बचाने के प्रयास में है सीओ द्वारा कहा जा रहा है कि युवती 17 साल की है जब कि युवती भारतीय किसान यूनियन (शिवपाल) की अध्यक्ष है और समाजवादी पार्टी से जुड़ी है। सीओ उक्त मुकदमे में एफआर लगाने की धमकी दे रहे हैं और हमसे कह रहे हैं कि समझौता कर लो नहीं तो युवती तुम्हारे खिलाफ रेप का मुकदमा लिखा देगी। तुम युवती को लेकर किस-किस होटल गए हो हमने सारा लोकेशन निकलवा लिया है युवती ने तुम्हारे खिलाफ मुख्यमंत्री को शिकायत कर दी है अब तुमको कोई नही बचा सकता तुमने युवती को पहले फोन करके बोला कि मुझे धमकी दो उसके बाद युवती द्वारा तुमको लाइव आकर धमकी दी गई। सुघर सिंह पत्रकार ने आरोप लगाया कि एक जिम्मेदार राजपत्रित अधिकारी द्वारा युवती के बचाव में बिना जांच किये मेरे ऊपर अनर्लग्न आरोप लगाकर धमकाया जा रहा था मेरी चैट के स्क्रीनशॉट को सीओ द्वारा एडिट को लाइव वीडियो को सीओ द्वारा फर्जी बताया जा रहा था। यहां तक कि ओंकार नाथ और युवती के वीडियो को भी सीओ फर्जी बता रहे थे। जब कि मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज कराई गई शिकायत में पुलिस की जांच में घटना सही पाए गए गयी जिसकी जांच आख्या मौजूद है।
पीड़ित पत्रकार ने बताया कि अभियुक्त युवती की मां फोन करके युवती के कारनामे पर मांफी मांफ रही है वह युवती लगातार सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर मुझे अपमानित व बदनाम कर रही है सुघर सिंह ने बताया कि जब वह सीओ को ब्यान देने के लिए मिलने गए तो सीओ का व्यवहार बहुत ही धमकी भरा व अभद्र था। सीओ प्रवीन कुमार तिवारी को सीडी में सारे साक्ष्य वीडियो उपलब्ध कराये गये। उसके बाद सीओ ने पेनड्राइव में मांगे तो पेनड्राइव में भी सारे साक्ष्य वीडियो उपलब्ध कराये गए। सीओ ने अभियुक्त युवती का बचाव करते हुए मेरे ऊपर कई गलत आरोप लगाए जब मैंने सीओ के व्हाट्सएप उक्त आरोपो का साक्ष्य भेजकर मैसेज किया तो सीओ ने व्हाट्सएप से मुझे ब्लॉक कर दिया। सीओ द्वारा मेरा फोन नहीं उठाया जा रहा है। ना ही सीओ द्वारा मुकदमे की प्रगति के संबंध में कोई जानकारी दी जा रही है। पीड़ित पत्रकार ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, प्रेस काउंसिल आफ इंडिया, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग, मुख्यमंत्री, डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह, एडीजी, आईजी, एसएसपी फ़िरोजावाद को पत्र भेज कर सीओ के विरुद्ध जांच करने व मुकदमे का विवेचना किसी अन्य जिले से कराये जाने की मांग की है।
जातिवाद निभा कर असली आरोपी रिचा तिवारी को बचा रहे है सीओ प्रवीन कुमार तिवारी
पीड़ित सुघर सिंह पत्रकार ने बताया कि इसमें पूरे घटनाक्रम की असली अभियुक्त महेवा की रिचा तिवारी है इसके कहने पर मुस्कान यादव ने मुझे धमकी दी थी में न मुस्कान को जानता हूँ न ही कभी बात मुलाकात हुई है। सीओ खुद ब्राह्मण है और युवती भी ब्राह्मण है इसलिए सीओ खुलकर अभियुक्त का सपोर्ट कर रहे है। उन्होंने बताया कि जब वह थाने में मुस्कान यादव के विरुद्ध शिकायत करने गए तो रिचा तिवारी ने फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी थी।
सीओ की बजह से स्थानीय पत्रकारों ने किया था एसएसपी के कार्यक्रम का विरोध
7 फरबरी की एसएसपी फ़िरोजावाद द्वारा थाना शिकोहाबाद का निरीक्षण मुआयना किया गया था इस कार्यक्रम का शिकोहाबाद के पत्रकारों ने बहिष्कार किया था कोई पत्रकार इस कार्यक्रम का कवरेज करने नही पहुँचा था। पत्रकारों का आरोप था कि सीओ का पत्रकारों के प्रति ठीक रवैया नही है इसलिए वह एक दो पत्रकारों को तबज्जो देते है इसलिए हम लोगों ने कार्यक्रम में जाने का बहिष्कार किया था।