जसवंत नगर में औद्योगिक इकाइयों से फैल रहे प्रदूषण ने स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। क्षेत्र में स्थित धान मिलों और आटा मिलों से निकलने वाला कार्बन और धूल वातावरण को लगातार प्रदूषित कर रहा है।
परेशानी का सामना
मॉडल तहसील परिसर स्थित धान मिल से निकलने वाला प्रदूषण सबसे अधिक चिंताजनक है। यहां काम करने वाले अधिवक्ता, बैनामा लेखक और दस्तावेज लेखक प्रदूषण से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। उन्हें आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रदूषण का असर स्थानीय शैक्षणिक संस्थानों पर भी पड़ रहा है। महाविद्यालय, इंटर कॉलेज और प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र भी इस समस्या से जूझ रहे हैं। उनके स्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
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तत्काल रोक लगाने की मांग
समस्या के समाधान के लिए तहसील परिसर के कर्मचारियों ने उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने धान मिल के प्रदूषण पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। प्रशासन से प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपेक्षा की जा रही है। यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।