संवाददाता: गोपाल आँजना
परियोजना से कुल 100 ग्रामों की 30218 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी
उल्लेखनीय है कि उक्त परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति दिनांक 18.10.2017 को सिंचित क्षेत्रफल 30,000 हेक्टेयर हेतु पुनरीक्षित राशि रु. 2489.65 करोड़ की प्राप्त हुई थी । जिसका अनुबंध दिनांक 05.07.2018 को राशि रु. 1856.70 करोड़, समयावधि 42 माह एजेंसी एल एण्ड टी कंसट्रक्शन चैन्नई से किया गया है।
परियोजना से कुल 100 ग्रामों की 30218 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी जिससे उज्जैन जिले की दो तहसील (तराना, घटिया), विधानसभा क्षेत्र तराना के कुल 83 ग्रामों की 27490 हेक्टेयर भूमि तथा शाजापुर जिले की एक तहसील (शाजापुर) विधानसभा क्षेत्र शाजापुर के कुल 17 ग्रामों की 2728 हेक्टेयर भूमि लाभान्वित होगी।
परियोजना से उज्जैन जिले उद्योग एवं पेयजल हेतु 129.60 एम.एल.डी. जल, नागदा नगर में उद्योग एवं पेयजल हेतु 129.60 एम.एल. डी. जल तथा तराना, घट्टिया व गुराडीया गुर्जर में प्रत्येक को 21.60 एम.एल.डी. पेयजल हेतु प्रदाय होगा।
परियोजना से शाजापुर जिले के गांव समूह तथा शाजापुर नगर के पेयजल हेतु 43.20 एम.एल.डी. तथा मक्सी में पेयजल एवं उद्योग हेतु 43.20 एम.एल.डी. का जल प्रदाय होगा।
परियोजना के अंतर्गत ओम्कारेश्वर जलाशय से (ग्राम बड़ेल जिला खंडवा) से भूमिगत पाईपलाइन द्वारा 15 घन मी. प्रति सेकण्ड की दर से जल 435 मीटर ऊंचाई तक कुल 6 पंपिंग स्टेशन एवं 50 पंप मोटर के माध्यम से उद्वहित किया जायेगा। जिसके क्रियान्वन के लिये कुल पावर 89 मेगावाट की आवश्यकता होगी।
परियोजना अंतर्गत मुख्य पाईप लाईन एवं वितरण प्रणाली से 2.5 हेक्टेयर चक तक कुल 2254 कि.मी. (3000 एम. एम. व्यास से 63 एम. एम. व्यास) पाईप लाईन बिछाई गई है। तथा प्रति 20 हेक्टेयर पर एक ओ.एम.एस. बाक्स अर्थात कुल 1539 बाक्स स्थापित किये गये हैं।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री डॉ यादव का तराना में श्री तिलभांडेश्वर महादेव मंदिर के नए महंत की चादर विधि कार्यक्रम एवं महारुद्र यज्ञ में शामिल होना भी प्रस्तावित है।