जसवंतनगर में सर्राफा व्यापारी और बैंकों कर्मियों की मिली भगत, सोना गिरवी रखने वाले सावधान हो जाए
संवाददाता: एम. एस. वर्मा, मनोज कुमार
लगता है ईमानदारी का जमाना ही लद गया है. अर्थ व्यवस्था ने ईमानदारी को डस लिया है.
बाजार की बात करें तो मानता हूँ. ठग बैठे है. लेकिन जहाँ हम सबसे ज्यादा भरोसा करते हों वहाँ पर ठगी और चोरी हो तो विश्वास को ठेस लगना स्वाभाबिक ही नहीं अविश्वनीय भी है.
पर चेक एवं बजन कराने के बास्ते भेजा था.
उन्हें बैंक बाले गोल्ड लोंन दे देते है.
ज़ब बे लोग लोंन जमा करके अपना ज़ेवर वापस लेते है. तो उन्हें एक अंदर से ड़र रहता है हमें कोई देख न रहा हो, कोई लख न रहा हो इसलिए जल्दी जल्दी केवल अपने नगों को ही सम्भालते है.मतलब गिनती का ही मिलान करते है.ऐसा ही अन्य लोग ही नहीं वरन सभी लोग करते है.
जब ज़ेवर वापस लेकर घर पर आ जाते है. तब इत्मीनान के साथ देखते है. तो झुमकी में से एक छोटा सा एक हिस्सा गायब पाते है.
चूंकि बैंक का मामला होता है. उस पर भरोसा होता है. तो सोच लेते है शायद कही न कहीं हमसे ही मिस्टेक हुई होगी. और मामला रफा दफा कर इस घटना को भूल जाते है.अब इनको फिर रुपयों की जरूरत महसूस होती है तब फिर वही प्रक्रिया कराई जाती है. और फिर जवेलर्स भी वही प्रक्रिया करता है. फिर ज़ेवर रखे जाते है. वापस लेते समय में फिर नग गिनती कराके मिलान करके घर आ जाते है.
चूंकि महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा ज़ेवर के मामले में ज्यादा एक्टिव होती है और बे अपने गहनों पर विशेष निगाह रखती भी है.
अबकी बार फिर राधिका जवेलर्स बाला ठग,चोर, बेईमान फिर से गले का जो हार होता है उसमें नीचे कुछ पत्तीयाँ लटकती हुई होती है उनमें से एक पत्ती बड़ी सफाई से पार कर देता है. मतलब पत्ती काट लेता है.
इसके अलावा ये बजन में भी ये गड़बड़ करता है. एक अन्य जगह ज़ब बजन कराया जाता है तब इसके यहाँ कराया गया तो कुल उतने गहनों में ही 790 mg का फर्क आ जाता है. मतलब इसके यहाँ बजन कम निकल निकलता है.
मतलब पहले झुमकी से सोना काटा था अब गले के हार से सोना की चोरी ये राधिका जवेलर्स बाला चोर, चोरी कर लेता है.
आज ज़ब फिर गोल्ड लोंन की जरूरत पड़ती है तब जाकर कान खडे होते है.कि राधिका जवेलर्स बाला ही चोरी कर लेता है. टूटने का निशान और सोना कटने के निशान में बहुत फर्क होता है
इस बाबत बैंक में लिखित शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस में भी राधिका जवेलर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.
आप सभी पाठकों को इस न्यूज़ के माध्यम से अवगत किया जा रहा है कि अगर आप स्टेटबैंक ऑफ़ इण्डिया की शाखा जसवंतनगर से गोल्ड लेने जा रहे है. या कभी गोल्ड लोंन लिया हो तो अपने ज़ेवर और गहनों की गिनती न करें बल्कि उसकी गहनता से जाँच करें हमको पूरा भरोसा है. इस बेईमान राधिका जवेलर्स के मालिक ने आपके साथ भी जरूर ही धोखा किया होगा
रेल मंडी में जो स्टेट बैंक की शाखा है उस बैंक का भी यही राधिका जवेलर्स बाला ही काम देखता था. किन्ही कारणों से बेईमान जवेलर्स को वहाँ के काम से वँचित कर दिया गया है
बैंक की शाखा पर भी ये चोर बट्टा लगा रहा है या फिर बैंक के कर्मचारियों की मिली भगत से ये घोटाला कर रहा है.
"लोग चलते है कांटों से बचकर
हम चुराते है फूलों से दामन
इस कदर खाये है हमने धोखे
अब किसी पे भरोसा नहीं है ""
सावधान रहे. सुरक्षित रहे. अपना और अपनों का ख्याल रखें.
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