संवाददाता: चन्दगीराम मिश्रा
आईजीआरएस शिकायत पर पालिका मल्लावां ने झूठीआख्या देकर पल्ला झाड़ा।हरदोई
हरदोई मल्लावां नगर पालिका परिषद में आइजीआरएस शिकायत संख्या 40015 52 410 2036 में अधिशासी अधिकारी द्वारा झूठी आख्या लगाकर शिकायत का निस्तारण कर दिया गया शिकायतकर्ता तौफीक को जैसे ही इसकी सूचना मिली कि मेरे द्वारा हरदोई जिला अधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र पर मल्लावा पालिका द्वारा झूठी रिपोर्ट लगाकर प्रार्थना पत्र को निस्तारण कर दिया गया
रिपोर्ट देखते ही तौफीक आग बबूला हो गया और पुनः जिला अधिकारी को झूठी आख्या की शिकायत की जांच कराने की मांग की है तौफीक पुत्र सिद्धीक निवासी मोहल्ला बाजीगंज कस्बा मल्लावा सन 2001 से नगर पालिका परिषद में प्लम्बर का कार्य करता चला आ रहा है जिसका मजदूरी का भुगतान लगभग 30 35 हजार रुपए नगर पालिका परिषद के ऊपर बकाया पड़ा है और अब उसे पालिका द्वारा कार्य करने से भी वंचित कर दिया है भुगतान कराने की शिकायत प्रार्थी द्वारा जिला अधिकारी हरदोई से की गई जिस आई जी आर एस शिकायत पर पालिका परिषद द्वारा दिनांक 10 फरवरी 2025 को झूठी आख्यां लगाकर प्रार्थना पत्र का निस्तारण कर दिया जिसमें राहुल कुमार पाठक एवं अंशुल को गवाह बनकर अपना पल्ला झाड़ लिया जबकि उक्त गवाहों का कहना है कि मेरे संज्ञान में पैसे का कोई लेनदेन बिल वाउचर अभी तक नहीं बनाया गया है मुझे इस मामले से कोई मतलब नहीं हैCrimediaries9 The real crime stories on YouTube
जिससे मैं अनजान हूं यह बिल वाउचर अधिशासी अधिकारी एवं बड़े बाबू तथा कंप्यूटर ऑपरेटर के संज्ञान में रहता है ऐसी स्थिति में प्रार्थी के दरवाजे पर मजदूरी करने वाले मजदूरों द्वारा बकाया पैसा मांगा जा रहा है प्रार्थी पालिका परिषद के चक्कर काटते काटते परेशान हो चुका था बाकी भुगतान कराने हेतु जिलाधिकारी हरदोई को प्रार्थना पत्र देकर बकाया भुगतान की मांग की थी और यह भी मांग की थी कि मुझे किस पर्पस से हटाया गया
इसकी जांच होनी चाहिए पालिका परिषद की कार्य शैली से तौफीक दर-दर की ठोकरे खा रहा है लेकिन अभी तक उसका बाकी मजदूरी का पैसा पालिका द्वारा वापस नहीं किया गया है ऐसी स्थिति में तौफीक ने पुनः प्रार्थना पत्र देकर जिलाधिकारी हरदोई से उक्त शिकायत संख्या पर झूठी रिपोर्ट प्रस्तुत करके पल्ला झाड़ने की जांच कराने की मांग की है वही इस संबंध में पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी से कई बार फोन पर वार्ता करने एवं जांच आख्या के बारे में जानकारी की गई तो उन्होंने अपना फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।