सुनील गुप्ता फतेहपुर यूपी
*---- निजी विद्यालयों द्वारा अभिवावकों का किया जा रहा आर्थिक शोषण बंद किया जाए!*
फतेहपुर- युवा विकास समिति एवं व्यापार मंडल(कंछल गुट) द्वारा जिलाधिकारी फतेहपुर को ज्ञापन देकर जिला विद्यालय निरीक्षक पर आरोप लगाया कि जनवरी माह से हमारे संगठनों द्वारा DIOS से बार बार जिला शुल्क नियामक समिति के गठन करने का अनुरोध किया जा रहा है ,परंतु निजी विद्यालयों की उनसे साठ-गांठ की वजह से अभी तक समिति का गठन नहीं किया गया . जिसकी वजह से निजी विद्यालय मनमानी कर अभिवावकों का खूब आर्थिक शोषण कर रहे हैं,CBSE द्वारा जारी किया गये निर्देशों का भी कड़ाई से पालन विद्यालयों में नहीं कराया जा रहा. निजी विद्यालयों में एनसीईआरटी की पुस्तकों को अनिवार्य किया जाए। इस मांग को लेकर अभिभावकों ने प्रबंधकों व प्रकाशकों पर सांठ-गांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरे मामले में एक वर्ग सोशण का शिकार हो रहा है। जिला प्रशासन से इसकी शिकायत कर समस्या का हल निकालने की मांग की गई।जनपद के अभिभावक भी इस मुनाफाखोर गठबंधन से काफी पीड़ित हैं। एनसीईआरटी की पुस्तकें सस्ती और शासन के मानकों के अनुरूप हैं। वहीं निजी प्रकाशकों की पुस्तकों का बाजार मूल्य काफी ज्यादा है। ऐसे में अभिभावकों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो रहा है।
व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष शिवचंद्र शुक्ला ने बताया कि अभिभावकों द्वारा बताया जा रहा है कि निजी प्रकाशकों की पुस्तकें एनसीईआरटी की पुस्तकों की अपेक्षा चार से पांच गुना अधिक महंगी हैं। इसके कारण अभिभावकों का शोषण हो रहा है, साथ ही प्राइवेट स्कूलों द्वारा दुकानदारों से लाखों लाख रुपए नगद कमीशन लेकर एक दुकान निर्धारित कर दी जाती हैं,जहां पर दुकानदार द्वारा अभिवावकों का खूब आर्थिक शोषण किया जाता है, उन्होंने जिला प्रशासन से इस गंभीर मामले में हस्तक्षेप करके जनहित में एनसीईआरटी की पुस्तकों से बच्चों को शिक्षा देने का निर्देश जारी किए जाने का अनुरोध किया है,अन्यथा फिर धरना प्रदर्शन आदि किया जाएगा।