बिहार बेगूसराय
ब्यूरो मोहम्मद नबी आलम
तीन जजों ने अचानक पहुंच गए बेगूसराय बालिका गृह,मचा हड़कंप
बेगूसराय: अनाथ बालिकाओं का बालिका गृह में देखभाल करना सरकारी की पहली प्राथमिकता तो होती ही है।लेकिन इसकी अच्छी मॉनिटरिंग की जज साहेब करते हैं।जब भी बालिका गृह में कोई समस्या होने की खबर जिला जज को मिलती है वह तुरंत अपनी जज टीमों के साथ बालिका गृह पहुंचकर उनकी समस्याओं का हल करने पहुंच जाते हैं।
बुधवार की शाम प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ऋषिकांत के नेतृत्व में मुख्य मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कविता कुमारी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रभारी सचिव करुणानिधि प्रसाद आर्य द्वारा बालिका गृह बेगूसराय का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में निम्नलिखित बिंदुओं को मुख्य रूप से उल्लेखित किया गया बालिका गृह में मौजूद बच्चों को पर्याप्त पोषाक बिछावन में काफी कमी पाई गई। ऐसे कई बच्चे पाए गए।जिनको अपना सही पता ठिकाना मालूम नहीं था। बालिका गृह में क्षमता से बहुत अधिक संख्या में बच्चे रह रहे हैं। बालिका गृह को चलाने वाले एनजीओ का कार्य संतोषप्रद नहीं है क्योंकि बच्चों को मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं यथा कपड़े ,किताबें ,शौचालय ,सफाई सामग्री ,खाना पीना ,बच्चियों की जरूरत की सामानों आदि पर्याप्त मात्रा में नहीं थी। इन सभी को ध्यान में रखते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा मौके पर मौजूद सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई ,बेगूसराय , अधीक्षिका बालिका गृह बेगूसराय एवं बालिका गृह में मौजूद कर्मियों को निर्देश दिया गया कि निरीक्षण में पाए गए कर्मियों को यथाशीघ्र दूर करें बच्चियों के साथ विनम्रता से पेश आए, साथ ही उन्होंने बालिका गृह का बराबर निरीक्षण करते रहने की बात भी कही।इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मी इंद्रसेन शर्मा मौजूद थे।